. मा स्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर आज अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे। वेस्ट इंडीज के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में उनके इस भावुक मैच को देखने के लिए उनकी मां रजनी तेंडुलकर पहली बार मैदान पर मौजूद होंगी।
तेंदया नाम से मशहूर रहे सचिन ने अपने 24 साल के करियर में कई ऐसे कीर्तिमान बनाए, जिन्हें शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है। फिर चाहे बात टेस्ट की रही हो या वनडे की, उन्होंने हर मोर्चे पर अपनी छाप छोड़ी।
करियर के आखिरी मैच में भी इतिहास रच रहे हैं। यह उनका 200वां टेस्ट है। खेल के इतिहास में इतने मैच खेलने वाले वे पहले खिलाड़ी हैं।
2. सचिन का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ।
3. सचिन के दो भाई और एक बहन हैं। ये तीनों उनके पिता रमेश की पहली पत्नी से हैं।
4. सचिन का नाम लेजेंड्री गीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा गया।
5. सचिन का निकनेम लिटिल मास्टर, तेंद्या, लिटिल चैंपियन और मास्टर ब्लास्टर है।
6. सचिन की हाइट पांच फुट पांच इंच है।
7. सचिन दायें हाथ के बल्लेबाज हैं।
8. सचिन दायें हाथ से स्पिन बॉलिंग भी करते हैं।
9. सचिन खेलते जरूर सीधे हाथ से हैं, लेकिन वे लिखते बायें हाथ से हैं।
10. सचिन करियर की शुरुआत में एमआरएफ पेस फाउंडेशन फास्ट बॉलिंग की ट्रेनिंग लेने पहुंचे थे। वहां के चीफ रहे डेनिस लिली ने उन्हें रिजेक्ट कर बल्लेबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी थी।
11. 1987 के वर्ल्ड कप में सचिन बॉल ब्वॉय थे। वानखेड़े में हुए भारत बनाम इंग्लैंड मैच के दौरान उन्होंने यह भूमिका निभाई।
12. टीनेज में ही सचिन तत्कालीन दिग्गजों की आंखों का तार बन चुके थे। मुंबई की अंडर-15 टीम में चयन होने पर दिलीप वेंगसरकर ने उन्हें गन एंड मूर कंपनी का खास बल्ला उन्हें गिफ्ट किया था।
13. सचिन तेंडुलकर के लिए पहले प्रोफेशनल स्पोर्ट्स शूज उनके परिवार ने नहीं, बल्कि उनके दोस्त प्रवीण आमरे ने खरीदे थे।
14. जब सचिन महज 14 साल के थे, तब सुनील गावस्कर ने उन्हें अल्ट्रा लाइट पैड तोहफे में दिए थे। अंडर-15 टीम के कैंप के दौरान इंदौर में वे पैड चोरी हो गए थे।
15. गेंदबाजों को दिन में तारे दिखाने वाले सचिन को नींद में चलने की बीमारी है। एक बार एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा किया था। उनकी इसी आदत के कारण अकसर उनके घरवाले और टीम के साथी खिलाड़ी परेशान रहते हैं।
सचिन खाने के शौकीन हैं। आप यकीन नहीं करेंगे, एक बार उन्होंने अपनी आई को 'फ्रॉग भाजी' की रेसिपी खोजने के लिए कहा था। वे मेंढक की भाजी खाना चाहते थे।
16. सचिन बचपन से ही अपनी प्रैक्टिस को लेकर काफी गंभीर रहे। वे अपने साथ रमेश परधे को खास तरह से बॉलिंग करने के निर्देष देते थे। रमेश सिर्फ उनके लिए रबर की गेंद को पानी में डुबोकर डालते थे, ताकि सचिन यह पता कर सकें कि उन्होंने गेंद को बल्ले के बीच से मारा है या नहीं।
17. टीनेज में सचिन तेंडुलकर को बातें बनाने का शौक था। वे अपनी छोटी सी बात को इतना बढ़ा-चढ़ाकर बताते थे कि उनकी बातें सुनकर सभी हैरान रह जाते थे।
एक बार छत पर खेलते समय उनकी उंगली कट गई। उन्होंने घर पर बताया, मैं ऊंची कूद लगाकर हेलीकॉप्टर छूने की कोशिश कर रहा था। उसके ब्लेड्स से मेरी उंगली कट गई।
18. सचिन तेंडुलकर का टेस्ट टीम में पहली बार चयन 5 सदस्यीय समिति ने किया था। उस सेलेक्शन पैनल में डूंगरपुर, आकाश लाल, रमेश सक्सेन, गुंडप्पा विश्वनाथ और नरेन तमहाणे शामिल थे।
19. सचिन का टेस्ट क्रिकेट वर्ल्ड का पांचवां सबसे लंबा करियर है। 59 अलग-अलग टेस्ट मैदानों पर खेलने वाले वे इकलौते खिलाड़ी हैं।
20. सचिन ने 15 नवंबर 1989 में डेब्यू करने के बाद से 15 जून 2001 तक लगातार 84 टेस्ट मैच खेले।
21. सचिन अपने टेस्ट करियर में कुल एक बार स्टंप आउट हुए। इंग्लैंड के विकेटकीपर जेम्स फॉस्टर ने एश्ले जाइल्स की गेंद पर उनकी स्टंपिंग की थी। यह मैच 2001 में बेंगलुरु में खेला गया।
22. सचिन अपने टेस्ट करियर में 23 रन आउट्स में शामिल रहे। इसमें से 9 बार वे खुद आउट हुए और 14 बार वे पार्टनर के आउट होने का कारण बने।
23. सचिन ने अपने करियर में 65 अलग पार्टनर्स के साथ टेस्ट में बैटिंग की है। 78 पारियों में वे टीम इंडिया के लिए टॉप स्कोरर रहे। वर्ल्ड का कोई क्रिकेटर सचिन के ये दोनों कारनामे दोहरा नहीं सका।
24. सचिन करियर में 108 अलग-अलग टीम मेट्स के साथ खेले। वे 485 खिलाड़ियों के खिलाफ टेस्ट मैचों में उतरे।
25. सचिन ने करियर में 146 टेस्ट मैच राहुल द्रविड़ के साथ, 122 अनिल कुंबले के साथ, 120 मैच वीवीएस लक्ष्मण के साथ और 103 मैच सौरव गांगुली संग खेले।
26. करियर में सर्वाधिक 47 टेस्ट मैचों में सचिन मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में खेले।
27. सचिन ने अपने टेस्ट करियर में कभी तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी नहीं की। बतौर सेकंड ओपनर वे कुल 1 बार उतरे। चौथे क्रम पर उन्होंने सर्वाधिक 273 पारियां खेलीं।
5वें क्रम पर 29, छठे क्रम पर 20 और सातवें क्रम पर 4 पारियों में उन्होंने बल्लेबाजी की।
28. सचिन अंधविश्वासी भी हैं। वे हमेशा अपना बायां पैड पहले पहनते हैं।
29. आपको लगता है कि सचिन बहुत मीठा बोलते हैं। लेकिन बचपन में वे इसके ठीक उलट थे। वे स्कूल में अपने साथियों के साथ झगड़े करते थे। उनकी दादागीरी पूरे स्कूल में चलती थी। और यह सब क्रिकेट में चमकने से पहले से कायम था।
30. सचिन बड़े अनुशासित खिलाड़ी हैं। यह बहुत कम लोग जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को समय की पाबंदी का पालन करना पड़ता है। 23 साल के करियर में सचिन को कभी कोई फाइन नहीं भरना पड़ा। वे हर जगह टाइम से पहुंचते हैं।
31. सचिन वाइन के दीवाने हैं। कोई वाइन या शैम्पेन की बोतल खोलते समय गलती करे, यह उन्हें कतई पसंद नहीं है। एक बार वे अपने साथी खिलाड़ी को इस बात पर लेक्चर देने लगे कि शैम्पेन की बोतल खोलने का सही तरीका क्या है।
32. स्कूल टाइम में सचिन अपने दोस्तों के साथ वड़ा पाव खाने का कॉम्पीटीशन रखते थे। सलिल अंकोला और विनोद कांबली को वे कई बार इस रेस में हरा चुके हैं।
33. सचिन तेंडुलकर को विदेशी कुकीज नहीं, चाय के साथ ग्लूकोज बिस्किट खाना पसंद है।
34. 11 दिसंबर 1988 को महज 15 साल और 232 दिन की उम्र में सचिन ने रणजी मैच में डेब्यू करते हुए सेंचुरी लगाई थी। उन्होंने गुजरात के खिलाफ यह कारनामा कर देश के सबसे युवा सेंचुरियन बनने का रिकॉर्ड बनाया।
35. सचिन ने करियर का पहला टेस्ट मैच पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 को खेला। कराची में हुए उस टेस्ट में उन्होंने 15 रन बनाए थे।
36. सचिन ने 18 दिसंबर 1989 को वनडे डेब्यू किया। उन्हें वकार यूनिस ने 0 पर आउट किया था।
37. वनडे खेलते समय उनकी पसंदीदा जर्सी नंबर 10 और 99 थीं।
38. सचिन को करियर की पहली वनडे सेंचुरी लगाने के लिए 79 मैचों का इंतजार करना पड़ा। तब तक वे टेस्ट में 7 शतक लगा चुके थे।
39. 1990 के इंग्लैंड टूर पर उन्होंने मैनचेस्टर टेस्ट में सेंचुरी लगाई। इसके साथ ही उन्होंने वर्ल्ड के दूसरे युवा टेस्ट सेंचुरियन बनने का गौरव हासिल किया।
40. 1992 में सचिन यॉर्कशायर के लिए खेलने वाले पहले विदेशी खिलाड़ी बने।
41. सचिन के करियर का पहला ब्रांड बूस्ट रहा। 1992 में वे कपिल देव के साथ उस विज्ञापन में नजर आए।
42. 1992 में सचिन 1000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने।
43. थर्ड अंपायर द्वारा रन आउट दिए जाने वाले सचिन वर्ल्ड के पहले बल्लेबाज थे। 1992 में हुए डरबन वनडे में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।
44. महज 20 साल की उम्र में 5 टेस्ट सेंचुरी लगाने का उनका वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भी कायम है।
45. 1995 में सचिन ने वर्ल्ड टेल के साथ पांच सालों के लिए 5.7 मिलियन डॉलर्स का करार किया था। इतनी बड़ी डील हासिल करने वाले वे दुनिया के पहले क्रिकेटर थे।
46. इसके बावजूद 1996 तक उनके बल्ले को कोई प्रायोजक नहीं मिला था।
47. बतौर कप्तान इंडिया के लिए सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने का रिकॉर्ड सचिन के नाम है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 217 रन बनाकर यह इतिहास रचा था।
48. 2003 में विजडन ने सचिन को ग्रेटेस्ट वनडे प्लेयर के नाम से सम्मानित किया।
49. 2002 में विजडन ने सचिन को टेस्ट इतिहास का दूसरा बेस्ट क्रिकेटर घोषित किया था।
50. 2010 में सचिन ने आईसीसी अवार्ड सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी जीती।
51. 3 सितंबर 2010 को इंडियन एयर फोर्स ने उन्हें ग्रुप कमांडर की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
52. वनडे के इतिहास में डबल सेंचुरी लगाने वाले वे पहले बल्लेबाज बने।
53. करियर में 6 वर्ल्ड कप खेलने वाले सचिन दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
54. सचिन के नाम वर्ल्ड कप में सर्वाधिक मैन ऑफ द मैच बनने का रिकॉर्ड भी है।
55. एक वर्ल्ड कप में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम है। 2003 में 673 रन बनाकर उन्होंने यह कारनामा किया था।
56. वर्ल्ड कप में सर्वाधिक सेंचुरी लगाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम है। 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ सेंचुरी लगा उन्होंने यह कारनामा किया था। वह उनकी छठी सेंचुरी थी।
57. 2011 के वर्ल्ड कप में सेंचुरी लगाकर सचिन ने टूर्नामेंट में 2000 रन भी पूरे किए। ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले प्लेयर बने।
58. सचिन को राजीव गांधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है।
59. सचिन के नाम वनडे में सर्वाधिक रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
60. इसके साथ ही वनडे में सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। उन्होंने करियर में 49 वनडे शतक लगाए।
61. वनडे में सर्वाधिक 90 प्लस रनों की पारियां खेलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी सचिन के नाम है।
62. सचिन वनडे में 10,000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर रहे।
63. उन्होंने वनडे में 15000 रन बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
64. वनडे में सर्वाधिक बाउंड्री भी सचिन के नाम हैं।
65. रन मशीन सचिन इतिहास के पहले ऐसे बल्लेबाज हैं जिसने 25,000 इंटरनेशनल रन बनाए।
66. वनडे में 150 प्लस रन और 15,000 रन बनाने वाले वे इकलौते खिलाड़ी हैं।
67. टेस्ट में 40 प्लस विकेट और 11000 रन बनाने वाले अकेले खिलाड़ी हैं।
68. सभी उपलब्धियों के बावजूद सचिन कभी लॉर्ड्स में सेंचुरी नहीं लगा सके।
69. सचिन मध्यम तेज गेंदबाजी, लेग स्पिन और ऑफ स्पिन बॉलिंग कर सकते हैं।
70. 1998 में सचिन ने 1894 रन बनाए थे। एक कैलेंडर इयर में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड, वनडे में।
71. टी-20 के मार्चे पर भी सचिन को कामयाबी मिली। वे मुंबई इंडियंस टीम के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
72. पहली हाफ सेंचुरी
सचिन ने आईपीएल में अपनी पहली हाफ सेंचुरी 21 मई 2008 को लगाई थी। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में बतौर कप्तान उन्होंने 46 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौकों से सजी 65 रन की पारी खेली थी।
उस सीजन में उन्होंने कुल 7 मैच खेले थे, जिनमें यह उनका हाई स्कोर था।
73. 2010 में जीती ऑरेंज कैप
2010 का आईपीएल सीजन सचिन तेंडुलकर के लिए खास रहा। उस सीजन में उन्होंने कुल 15 मैचों में 47.53 के औसत से 618 रन बनाए।
2010 के आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने का खिताब सचिन ने जीता था। उन्होंने अपने 618 रन बनाने के दौरान 5 हाफ सेंचुरी लगाई थीं।
11 अप्रैल 2010 को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जयपुर में हुए मुकाबले में सचिन ने नाबाद 89 रन बनाए थे।
74. 2011 में फिर किया कमाल
सचिन ने 2011 में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से मुंबई इंडियंस टीम को चैंपियंस लीग टी-20 के लिए क्वालिफाई करने में मदद की। उस साल वे मुंबई के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
2011 में खेले 16 मैचों में सचिन ने 42.53 के औसत से 553 रन बनाए थे, जिसमें 1 सेंचुरी और 2 हाफ सेंचुरी शामिल थीं।
मुंबई के लिए दो सीजन में 500 प्लस रन बनाने वाले वे इकलौते बल्लेबाज हैं।
75. तीसरा हाई स्कोर सचिन के नाम
आईपीएल के 6 सीजन्स में मुंबई इंडियंस के लिए कुल तीन बल्लेबाजों ने सेंचुरी लगाई है। सचिन इन तीन बल्लेबाजों में शुमार हैं।
सचिन ने 15 अप्रैल 2011 को मुंबई में कोच्चि टस्कर्स के खिलाफ हुए मैच में 12 चौके और 3 छक्के लगाते हुए नाबाद 100 रन बनाए थे। उनके अलावा सनथ जयसूर्या (114*) और रोहित शर्मा (109*) रन ही 100 का आंकड़ा पार कर सके हैं।
76. ओपनिंग में बनाया रिकॉर्ड
मुंबई इंडियंस के लिए बेस्ट ओपनिंग पार्टनरशिप का रिकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 20 मई 2012 को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में किया था।
जयपुर में हुए मुकाबले में सचिन ने ओपनर डेवॉन स्मिथ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए नाबाद 163 रन जोड़े थे। राजस्थान की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 162 रन का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में सचिन ने नॉटआउट रहते हुए 18 ओवरों में अपनी टीम के लिए 163 रन का टार्गेट हासिल कर लिया।
उन्होंने 51 गेंदों में 6 चौकों की मदद से नाबाद 58 रन बनाए थे।
ओवरऑल आईपीएल में यह दूसरी बेस्ट ओपनिंग पार्टनरशिप है। सचिन और स्मिथ के इस रिकॉर्ड को इसी साल 23 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के क्रिस गेल और तिलकरत्ने दिलशान ने तोड़ा था। दोनों बल्लेबाजों ने पुणे के खिलाफ हुए मैच में पहले विकेट के लिए 167 रन जोड़े थे।
77. पूरे किए क्रिकेट में 50,000 रन
चैंपियंस लीग टी-20 के सेमीफाइनल मैच में सचिन ने क्रिकेट में 50,000 रन का आंकड़ा भी पूरा किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे एशिया के पहले बल्लेबाज हैं।
सचिन के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 25228, 50-50 ओवर क्रिकेट में 21999 और टी-20 मैचों में 2797 रन दर्ज हैं, जो कि कुल मिलाकर 50024 रन होते हैं। उन्होंने अपने करियर में 142 सेंचुरी लगाई हैं।
78. सचिन के फेवरेट एक्टर अमिताभ बच्चन हैं। उन्हें दीवार और जंजीर फिल्में पसंद हैं।
79. सचिन का फेवरेट क्रिकेट ग्राउंड सिडनी है।
80. सचिन स्पोर्ट्स में जॉन मैकेनरो, सुनील गावस्कर, इमरान खान और सर विवियन रिचर्ड्स को आदर्श मानते हैं।
81. 2011 की इंडियन ग्रांप्री में सचिन ने चेकर्ड फ्लैग दिखाया था।
82. 29 टेस्ट सेंचुरी पूरी करने पर सचिन को माइकल शुमाकर ने फरारी 360 मोडेना कार तोहफे में दी थी।
83. सचिन के बल्ले का भार 3.2 एलबीएस है।
84. 2003 में स्टंप्ड नाम की फिल्म में सचिन ने मेहमान कलाकार की भूमिका निभाई।
85. सचिन की फेवरेट फिल्म कमिंग टू अमेरिका है।
86. सचिन ने 1995 में अंजलि से शादी की।
87. सचिन तेंडुलकर दो छोटे कार्यकालों में टीम के कप्तान भी रहे।
88. शेन वार्न ने एक बार कहा था, "मुझे सचिन के सपने आते थे। वे सपने में भी मेरी गेंदों पर छक्के उड़ाते हैं।"
89. सचिन तेंडुलकर ने करियर में सर्वाधिक रन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए।
90. सचिन ने अपने करियर के सर्वाधिक विकेट बांग्लादेश के ढाका में चटकाए।
91. सचिन के नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज है। वे जिस भी रणजी मैच में खेले हैं, उनकी टीम हर बार विजयी रही है। एकमात्र रणजी मैच जिसमें सचिन हारी हुई मुंबई टीम का हिस्सा थे वह हरियाणा के खिलाफ था।
92. सचिन के ससुर आनंद मेहता ब्रिज के सात बार नेशनल चैंपियन रह चुके हैं।
93. सचिन 1990 के इंग्लैंड टूर से लौटते समय एयरपोर्ट पर अंजलि से मिले थे। वे उनसे पांच साल बड़ी हैं।
94. सचिन तेंडुलकर के नाम रणजी, दुलीप और ईरानी ट्रॉफी के डेब्यू मैचों में सेंचुरी लगाने का खास रिकॉर्ड है।
95. 1989 में सचिन के ईरानी ट्रॉफी डेब्यू में उनकी सेंचुरी पूरी करवाने के लिए गुरशरण सिंह टूटे हुए हाथ के साथ खेले थे।
96. सचिन के गुरु रमाकांत अचरेकर उन्हें इनाम में रोज एक सिक्का देते थे। सचिन ने 13 सिक्के जीते थे। वे आज भी उनके पास हैं।
97. सचिन और अंजलि के दो बच्चे हैं - सारा और अर्जुन।
98. सचिन के रिटायरमेंट के बाद उनके बच्चे इंग्लैंड के लिए भी खेल सकते हैं। उनकी नानी अन्नाबेल इंग्लैंड की हैं।
99. सचिन अपनी सास अन्नाबेल के एनजीओ अपनालय के 200 बच्चों का खर्च वहन करते हैं।
100. सचिन की पहचान उनका स्ट्रेट ड्राइव शॉट है। मैडम टुसाड के वेक्स म्यूजियम में उनका पुतला रखा है। यह सम्मान हासिल करने वाले वे एकमात्र इंडियन क्रिकेटर हैं।
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