दमोह. राजधानी के गोविंदपुरा निवासी और प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर को दहेज में महंगी बाइक मांगने पर पूरी बरात समेत दमोह के थाने में रात गुजारनी पड़ी। फेरे लेने के बाद विदाई के दौरान प्रोफेसर दूल्हे ने महंगी बाइक लेने की जिद पकड़ ली। इस पर दुल्हन ने साहस दिखाते हुए दूल्हे के खिलाफ थाने में शिकायत कर दी।
गोविंदपुरा के बी-सेक्टर में रहने वाले सीआईएसएफ से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर कृपाराम चौधरी ने गत दिसंबर माह में अपने बेटे प्रदीप का रिश्ता दमोह निवासी आरती से किया था। गुरुवार सुबह विदाई में प्रदीप को ससुराल वालों ने टीवीएस कंपनी की बाइक दी तो उसने महंगी बाइक की फरमाइश कर डाली। पहले मनाने की कोशिश की लेकिन जब प्रदीप नहीं माना तो आरती ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर प्रदीप सहित सभी बरातियों को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे लालची को सबक जरूरी था : आरती
दुल्हन आरती ने कहा - लालची परिवार को सबक सिखाना जरूरी था। सगाई के समय प्रदीप के भाई रवि ने एक लाख रुपए लगुन में मांगे थे। 70 हजार रुपए बस का किराया मांगा। लगुन में 55 हजार के कपड़े लेकर पहुंचे तो कहा कि सभी को भोपाल के मॉल से कपड़े खरीदने हैं। मॉल से 20 हजार रुपए के कपड़े खरीदे। लड़के के पिता ने कहा कि दहेज में गाड़ी चाहिए। लेकिन विदाई के समय वे अपाचे बाइक या एक लाख बीस हजार रुपए मांग रहे थे।
हमें झूठा फंसाया गया : प्रदीप
दमोह थाने की हवालात में बंद दूल्हे प्रदीप चौधरी ने आरोपों को गलत बताया है। उसका कहना है कि विदाई के समय अचानक लड़की की तबीयत बिगड़ जाने की बात कहकर दुल्हन पक्ष के लोगों ने पुलिस को बुला लिया। हमारे पास तो सब है, हमें दहेज की क्या जरूरत? हमें झूठा फंसाया गया है।
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