रतलाम
-!- कर्तव्य पर्व के शपथ समारोह में रेडियो ने स्कूल प्रबंधन की मुसीबतें
बढ़ा दीं। शपथ विधि कार्यक्रम को लेकर स्कूल प्रशासन परेशान है। कारण आखिरी
समय में स्कूलों में रेडियो व जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में शपथ आदेश दिए
गए। प्राचार्यों व शिक्षकों को रेडियो का इंतजाम करने के लिए दौडऩा पड़ा।
रा'य शासन के आदेशानुसार कत्र्तव्य पर्व का समापन 2 अक्टूबर को शपथ के साथ होना था लेकिन रा'य शिक्षा विभाग के 1 दिन पहले जारी आदेश से अधिकतर स्कूलों में अफरा-तफरी मचा दी। कारण इस बार शपथ का समय 10.02 मिनट होना था। साथ ही बताया गया शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री आकाशवाणी पर ब"ाों को संबोधित करेंगे। शपथ भी मुख्यमंत्री रेडियो पर दिलाएंगे। ऐसे में अंत समय में रेडियो ढूंढने के लिए स्कूल स्टाफ को परेशान होना पड़ा। कुछ ने ताबड़तोड़ बंदोबस्त किया लेकिन आवाज सही नहीं आ पाई। अधिकतर स्कूलों में प्रबंधन ने शपथ पढ़कर दिलाई और बाद में रेडियो मंगवाकर रस्म अदायगी कर दी।
अब पूरी रिपोर्ट भेजने में परेशानी-विभाग ने जनप्रतिनिधि को आमंत्रित करने और कार्यक्रम की फोटोग्राफी कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। एक शासकीय स्कूल के प्राचार्य ने बताया आदेश मंगलवार सुबह कार्यक्रम शुरू होने के कुछ मिनट पहले मिले। अंत समय में चालू रेडियो लेने के लिए दूर आना पड़ा। गांधी जयंती होने से ब"ो भी नहीं आए। जनप्रतिनिधि को भी नहीं बुला पाए। अन्य स्कूल के प्राचार्य ने बताया घर से रेडियो मंगवाया मगर तब तक प्रसारण खत्म हो चुका था। इसके पहले ही शपथ पढ़कर दिलवा दी थी। कई स्कूलों में जनप्रतिनिधि भी नहीं पहुंचे। ऐसे में अब स्कूल संचालकों की मुसीबत है कि वे फोटोग्राफ और रिपोर्ट
किस आधार पर बनाएंगे।
रा'य शासन के आदेशानुसार कत्र्तव्य पर्व का समापन 2 अक्टूबर को शपथ के साथ होना था लेकिन रा'य शिक्षा विभाग के 1 दिन पहले जारी आदेश से अधिकतर स्कूलों में अफरा-तफरी मचा दी। कारण इस बार शपथ का समय 10.02 मिनट होना था। साथ ही बताया गया शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री आकाशवाणी पर ब"ाों को संबोधित करेंगे। शपथ भी मुख्यमंत्री रेडियो पर दिलाएंगे। ऐसे में अंत समय में रेडियो ढूंढने के लिए स्कूल स्टाफ को परेशान होना पड़ा। कुछ ने ताबड़तोड़ बंदोबस्त किया लेकिन आवाज सही नहीं आ पाई। अधिकतर स्कूलों में प्रबंधन ने शपथ पढ़कर दिलाई और बाद में रेडियो मंगवाकर रस्म अदायगी कर दी।
अब पूरी रिपोर्ट भेजने में परेशानी-विभाग ने जनप्रतिनिधि को आमंत्रित करने और कार्यक्रम की फोटोग्राफी कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। एक शासकीय स्कूल के प्राचार्य ने बताया आदेश मंगलवार सुबह कार्यक्रम शुरू होने के कुछ मिनट पहले मिले। अंत समय में चालू रेडियो लेने के लिए दूर आना पड़ा। गांधी जयंती होने से ब"ो भी नहीं आए। जनप्रतिनिधि को भी नहीं बुला पाए। अन्य स्कूल के प्राचार्य ने बताया घर से रेडियो मंगवाया मगर तब तक प्रसारण खत्म हो चुका था। इसके पहले ही शपथ पढ़कर दिलवा दी थी। कई स्कूलों में जनप्रतिनिधि भी नहीं पहुंचे। ऐसे में अब स्कूल संचालकों की मुसीबत है कि वे फोटोग्राफ और रिपोर्ट
किस आधार पर बनाएंगे।
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