मेडिकल कॉलेज मिले तो फायदा ही फायदा

Share it:
सिटी रिपोर्टर -!- रतलाम
रतलाम सहित आसपास के जिलों के विकास के लिए मेडिकल कॉलेज का यहां आना जरूरी है। वजह यह कि इससे चिकित्सा सुविधाएं तो बेहतर होंगी ही, क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। मेडिकल कॉलेज की वजह से कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। यही वजह है खास हो या आम सभी लोग मेडिकल कॉलेज रतलाम लाने के लिए शुरू हुए अभियान में सहभागी बनने के लिए समर्थन दे रहे हैं। सिर्फ शहरी क्षेत्र ही नहीं ग्रामीण इलाकों से भी जिम्मेदारों को जगाने के लिए कवायद शुरू करने की जानकारी मिली है।
प्रदेश के बड़े शहरों में शुमार भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, सागर, जबलपुर व उ"ौन सभी जगह मेडिकल कॉलेज हैं। अब रतलाम जिला ही बचता है जहां की भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक परिस्थितियां व स्वास्थ्य सुविधाएं मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए अनुकूल हैं। यही वजह है कि हर वर्ग केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के लिए प्रस्तावित 6 में से एक सरकारी कॉलेज रतलाम लाने के लिए जोर दे रहा है। यह वकालत करने वाले इसके फायदे भी गिना रहे हैं जिसमें चिकित्सा सुविधाओं में बढ़ोतरी के अलावा अन्य क्षेत्रों में विकास की संभावनाएं शामिल हैं।
रतलाम, मंदसौर, नीमच, बांसवाड़ा, जावरा, झाबुआ आदि स्थानों पर बड़ी बीमारियों के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। या तो उन्हें इंदौर जाना पड़ता है या फिर वडोदरा, अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहर। यहां इलाज करना अत्यंत महंगा है क्योंकि इलाज से 'यादा वहां मरीज की देखभाल करने वाले सेवादार के रहने का खर्च ही बहुत हो जाता है। अगर रतलाम को मेडिकल कॉलेज मिलता है तो यहां के लोगों को सस्ता इलाज सुलभ हो सकेगा।
Share it:

शिक्षा

स्थानीय

Post A Comment: