सनसनीखेज महिला अंधे कत्ल का पर्दाफाश:ः पति ही पत्नी का हत्यारा निकला:ः ःः आरोपी पति गिरफ्तार:ः

Share it:
 झाबुआ/ पेटलावदःः पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ श्री एस0पी0सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ श्री एस0एस0कनेश ने बताया कि दिनांक 01/09/2013 को शाम 07ः00 बजे करीबन बद्दुबाई, उम्र 19 वर्ष, निवासी झौसर, थाना पेटलावद को, उसके पति सुरेश पिता खुमान ने यह कहा कि तेरी मां बीमार है, उसे देखने हात्यादेली चलना है, ऐसा कहकर सुरेश अपनी पत्नी बद्दुबाई को मोटरसायकल पर बिठाकर ले गया।



सुरेश द्वारा पेटलावद पुलिस को बताये गये तथ्य अनुसार झोसर मातापाड़ा के जंगल में अज्ञात 02 मोटरसायकल पर 06 व्यक्तियों ने उसका पीछा किया और सामने से एक मोटरसायकल पर 03 व्यक्ति आये एवं उन्होंने मोटर सायकल को रोककर उसकी पत्नी बद्दुबाई को उससे छीना एवं उसका अपहरण कर ले गये। उसके द्वारा भागकर पैदल-पैदल गाॅंव में जाकर उसकी पत्नी बद्दुबाई को आरोपियों द्वारा छीनकर ले जाने की सूचना गाॅंव वालों को दी गई। इस पर गाॅंव के लोग एकत्रित होकर, जिस स्थान पर घटनास्थल बताया गया था, उसके आसपास बद्दुबाई को ढूंढा गया। ढूंढने पर बद्दुबाई की लाश रोड से बांई तरफ की पहाड़ी पर घांस में पड़ी हुई मिली, बद्दुबाई के पेट, पीठ, पैरों में चाकू के घाव होकर सामने से गला कटा हुआ पाया गया, बद्दुबाई मृत अवस्था में पाई गई। उक्त घटना की रिपोर्ट मृतिका बद्दुबाई के पति सुरेश द्वारा थाना पेटलावद पर दिनांक 1-2/09/2013 की दरम्यानी रात्रि 01ः00 बजे की गई, जिस पर थाना पेटलावद में अपराध क्रमांक 236/2013, धारा 341,364,302,147,148,149 भादवि का अज्ञात 09 व्यक्तियों के विरूद्ध पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान में लिया गया।
अत्यंत ही क्रूरतापूर्वक श्रीमती बद्दुबाई की हत्या करने के कारण यह घटना  सनसनीखेज एवं गंभीर थी। अज्ञात सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री एस0पी0सिंह ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने हेतु नगद 5,000/- रू0 का ईनाम घोषित किया गया तथा इस घटना को चैलेंज के रूप में लिया गया एवं इस अपराध को ट्रेस किये जाने हेतु अ0अ0पु0 थांदला श्री आनंद सिंह वास्कले के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। प्रकरण की विवेचना किये जाने हेतु उप निरीक्षक के0एल0बरकड़े को आदेशित किया गया एवं उनकी सहायतार्थ सउनि मोहन डाबर, चै0प्र0 पारा, प्र0आर0 इरफान, आर0 प्रकाश, रतन को लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा इस अपराध की बारीकी से विवेचना की गई। मामले में घटनास्थल को देखने से एवं पति सुरेश द्वारा पुलिस को घटना की सूचना घटना होने के 5 घण्टे विलंब से देना संदेह के घेरे में लगा। इसी को आधार बनाकर मामले की गहराई में जाकर घटना से संबंधित हर बिन्दु पर अनुसंधान किया गया एवं अनुसंधान में यह साक्ष्य मिले कि:-




1. घटना दिनांक को मृतिका बद्दुबाई का पति सुरेश घटना के बाद स्वयं की मोटर सायकल को तेज गति से चलाकर वापस गाॅंव में आया था जबकि प्रथम सूचना रिपोर्ट में सुरेश द्वारा घटनास्थल से भागकर गाॅंव में पैदल-पैदल आना बताया है।
2. सुरेश रिपोर्ट करने आया, उस समय उसके स्वयं के हाथों पर नाखून जैसे चोट के निशान थे।
3. पूछताछ पर सुरेश द्वारा यह कहना कि वह एक ट्रक के पीछे-पीछे आड़ लेकर वापस आया एवं कुछ देर सोयाबीन की फसल में छुपकर घटना को देखा जबकि अनुसंधान में यह तथ्य सत्य नहीं पाये गये। इसी आधार पर सुरेश से हर बिंदुओं पर गहन पूछताछ करने पर सुरेश द्वारा अपनी पत्नी की हत्या करने का जुर्म कबूल किया गया।

सुरेश द्वारा अपनी पत्नी बद्दुबाई की हत्या करने के पीछे मूल कारण बद्दुबाई के चरित्र पर शंका करना और घटना दिनांक को बिना बताये बद्दुबाई अपनी बहन के घर ग्राम भेरूपाड़ा राखी बांधने गई थी, यही से सुरेश को अपनी पत्नी के चरित्र पर अधिक शंका हुई थी। इसी शंका के चलते सुरेश अपनी पत्नी को हात्यादेली चलना है, कहकर मोटरसायकल पर बिठाकर ले गया और झौसर मातापाड़ा के जंगल में ले जाकर चाकू से गला काटकर अपनी पत्नी बद्दुबाई की हत्या कर दी। आरोपी सुरेश घटना के समय जो कपड़े पहना था, वह खून लगा पेण्ट, शर्ट सुरेश के पास से जप्त किया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री एस0पी0सिंह ने बताया कि पुलिस टीम को उनके द्वारा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एस0एस0कनेश एवं अ0अ0पु0 थांदला श्री आनंद सिंह वास्कले द्वारा लगातार मार्गदर्शन प्रदान किया गया। प्रकरण को ट्रेस करने में विवेचक उनि के0एल0बरकड़े, चै0प्र0 सारंगी, थाना पेटलावद, इनके सहयोगी सउनि मोहन डाबर, चै0प्र0पारा, प्र0आर0 मोहम्मद इरफान, आर0 बसु, रतन, रमेश, मांगीलाल, प्रकाश की सराहनीय भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक ने उक्त सनसनीखेज अंधे कत्ल के ट्रेस होने पर बधाई दी है एवं पुलिस टीम को नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।  

Share it:

झाबुआ

पेटलावद

Post A Comment: