झाबुआ। भारतीय जनता पार्टी के सहकारीता मोर्च के जिला संयोजक एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के संचालक मण्डल के सदस्य पारा क्षैत्र के वरिश्ठ नेता ठाकुर विजेंद्रसिंह राठौर का आज दिनांक 31 जुलाई 14 को प्रातः 10 बजें अपने पेत्रक गांव पारा जाते समय किषनपुरी वार्ड में मोटरसाईकल और ट्राले की चपेट में आ जाने से उनकी दर्द नाक मृत्यु हो गई।
ठाकुर विजेंद्रसिंह की निधन की खबर जेसे ही जिसको भी लगी सब जिला अस्पताल उन्हे देखने पहुंचे। ठाकुर विजेंद्रसिंह मुलतः पारा के रहने वाले थें और जीवंत प्रीयंत उन्होने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए राजनिति में संघर्श करते रहे। स्वं, राठौर अपने पिछे पत्नि एवं दौ बच्चे को छौड कर चले गऐ।
श्री राठौर के निधन पर भाजपा के वरिश्ठ नेता एवं प्रदेष कार्यकारणी सदस्य दौलत भावसार जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मेाटपाला अजजा मोर्च के प्रदेष महामंत्री कल्याण सिंह डामेार आदिवासी नेता छितू सिहं मेडा आदि नें ठाकुर विजंेेद्र सि हके निधन को पारा क्षेत्र एवं भाजपा संगठन के लिए एक बडी क्षति बताया। क्षति बताते हुए कहा की इनके रिक्त स्थान की पूर्ति होना असंभव है।
स्वं, श्री ठाकुर विजेंद्र सिह का अंतिम संस्कार उनके पेत्रक गांव पारा में दिनाकं 31 जुलाई को किया गया जिसमे बडी संख्या मे जनसेलाब एवं आदिवासी जन सम्मिलीत हुए वही षोक स्वरूप पारा ग्राम हाट बाजार का दिवस होने के बाद भी बंद रहा।
ठाकुर विजेंद्रसिंह की निधन की खबर जेसे ही जिसको भी लगी सब जिला अस्पताल उन्हे देखने पहुंचे। ठाकुर विजेंद्रसिंह मुलतः पारा के रहने वाले थें और जीवंत प्रीयंत उन्होने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए राजनिति में संघर्श करते रहे। स्वं, राठौर अपने पिछे पत्नि एवं दौ बच्चे को छौड कर चले गऐ।
श्री राठौर के निधन पर भाजपा के वरिश्ठ नेता एवं प्रदेष कार्यकारणी सदस्य दौलत भावसार जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मेाटपाला अजजा मोर्च के प्रदेष महामंत्री कल्याण सिंह डामेार आदिवासी नेता छितू सिहं मेडा आदि नें ठाकुर विजंेेद्र सि हके निधन को पारा क्षेत्र एवं भाजपा संगठन के लिए एक बडी क्षति बताया। क्षति बताते हुए कहा की इनके रिक्त स्थान की पूर्ति होना असंभव है।
स्वं, श्री ठाकुर विजेंद्र सिह का अंतिम संस्कार उनके पेत्रक गांव पारा में दिनाकं 31 जुलाई को किया गया जिसमे बडी संख्या मे जनसेलाब एवं आदिवासी जन सम्मिलीत हुए वही षोक स्वरूप पारा ग्राम हाट बाजार का दिवस होने के बाद भी बंद रहा।
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