जिला स्तरीय भारतीय संस्कृति ज्ञानपरीक्षा

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जिला संयोजक श्री श्याम त्रिवेदी ने जानकारी देते हुए बताया की आयोजित परीक्षा मे 5 वी से लेकर 12 तक के विद्यार्थी सम्मीलित होगे। जिसमे पेटलावद तहसील से 6208, झाबुआ से 6150, मेघनगर से 3409, थांदला से 3105, रानापुर से 1164 विद्यार्थी परीक्षा मे शामिल होगे। श्री त्रिवेदी ने बताया की परीक्षा मे प्रश्नो के उत्तर ओएमआर शीट पर पेसील से चिन्हीत कर देने होगे। मेघनगर तहसील प्रभारी एमएल बसोड, थांदला तहसील प्रभारी अंतरसिंह रावत, चंद्रकांत त्रिपाठी, पेटलावद तहसील प्रभारी निलेश पालिवाल, जीवन भटट, हेमंत शुक्ला, रानापुर तहसील प्रभारी नरेन्द्र जोशी, जगदीश शर्मा सूर्यकांता पंडया, झाबुआ तहसील प्रभारी विनोद परमार, विनोद गुप्ता ओर मनोज महावर द्वारा परीक्षा के पूर्व प्रश्न पत्र व अन्य सामग्री शेक्षणिक संस्थाओं मे  पहुचाई  जाएंगी । परीक्षा का समय दोपहर 12  से 1 बजे तक का रहेगा। स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ बसंत कालोनी के परिजनों द्वारा जिले मे इस परीक्षा का संचालन किया जा रहा है। शक्तिपीठ से एनपी गुप्ता, एसएस पुरोहित, विनोद कुमार जायसवाल, दीपक त्रिवेदी, प्रशांत मलिक, सहित तहसील प्रभारी कार्यकर्ता, परिजन परीक्षा की तैयारियों मे जुटे है। अखिल विश्व गायत्री परिवार ;।ॅळच्द्ध पण्डित श्रीराम शर्मा अचार्य द्वारा स्थापित हिन्दुत्व सुधार आन्दोलन है। इसकी कार्य प्रणाली और उद्देश्य आर्य समाज से मिलते.जुलते हैं। इसकी स्थापना १९५० के दशक में हुई थी। इस संस्था ने विचार क्रान्ति अभियानए प्रज्ञा अभियान आदि चलाये जिसका उद्देश्य जनमानस में वैचारिक परिवर्तन लाकर समाज का उत्थान करना है। हम बदलेंगेए युग बदलेगाय मनुष्य भटका हुआ देवता है आदि इनके प्रमुख उद्घोष है। इस संगठन का कार्य गायत्री मंत्र की मूल भावना ;प्रज्ञा का परिष्कारद्ध के अनुसार है
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