क्यों मुखौटे बने हुए हैं शिक्षामंत्री और कमिश्नर : राज्यपाल

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जबलपुर. विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों को लेकर राज्यपाल व कुलाधिपति रामनरेश यादव ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि पद भरने की जिम्मेदारी तो सरकार की है, यदि सरकार आंख-कान बंद कर बैठी है, तो क्या किया जा सकता है।

शिक्षा मंत्री और कमिश्नर क्यों मुखौटे बने बैठे हैं, इन्हें यह नहीं दिख रहा है कि विश्वविद्यालयों के हाल बेहाल हैं। राज्यपाल ने यह बात शुक्रवार को जबलपुर में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कही। राज्य में उच्च शिक्षा की हालत को लेकर राज्यपाल ने सार्वजनिक रूप से पहली बार इस तरह तल्ख टिप्पणी की है।


एक निजी शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में भाग लेने आए राज्यपाल से विश्वविद्यालयों में खाली पड़े पदों को लेकर सवाल किया गया था। विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले आंदोलनों को लेकर राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे। यहां रोजाना होने वाले आंदोलनों से पढ़ाई तो प्रभावित होती ही है, साथ ही एकेडमिक माहौल भी खराब होता है।
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