उज्जैन। अक्सर हम ऐसे कई पुरुषों को देखते हैं, जिनको अपनी काबिलियत और ताकत के मुताबिक सफलता नसीब नहीं होती। व्यावहारिक तौर से इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें समय, स्थिति, सुविधाएं व कोशिशे भी अहम होती हैं। हिन्दू धर्मग्रंथों में भी खासतौर पर किसी पुरुष की तरक्की और सफलता में कुछ खास बातें भी निर्णायक और भाग्य की दिशा बदलने वाली बताई गई हैं।
हिन्दू धर्म ग्रंथ महाभारत में कई वीर और असाधारण पुरुष पात्रों के बारे में लिखा गया है। इसी महाग्रंथ के मुताबिक पुरुष को 8 खास बातें हमेशा सम्मान और ऊंचे पद का हकदार बनाती हैं। पुरुषों दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदलने वाली ये विशेष व जरूरी ये आठ बातें हैं
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दम - ताकत, हौंसला, जोश और उत्साह किसी भी लक्ष्य को भेदने में निर्णायक होता है।
बुद्धि - बुद्धिमानी यानी अक्लमंदी पुरुष को किसी भी बुरे वक्त या समस्याओं से बाहर निकालकर सफलता व यश देने वाली होती है।
कुलीनता - पुरुष का अच्छे कुल का होना और उसके अच्छे संस्कार, आचरण, कर्म और विचार उसका मान बढ़ाते हैं। ज्ञानी - पुरुष का ज्ञानी यानी शिक्षित और जानकार होना। खासतौर पर शास्त्रों की शिक्षा और उनकी व्यावहारिक समझ पुरुष को प्रतिष्ठा दिलाती है।
बड़बोलेपन से बचना - वाचालता या अधिक बोलना दोष बन जाता है। इसलिए पुरुष का कम और मीठा बोलना उसे सम्माननीय बनाता है।
दानी - दान करने वाला व्यक्ति दूसरों का सम्मान और प्रेम पाता है।
उपकार मानने वाला - किसी की मदद को याद रख उसके प्रति समर्पण रखने वाला कृतज्ञ पुरुष सभी का सम्मान पाता है।
वीरता - भय और कायरता को दूर रखने वाला बहादुर या पराक्रमी पुरुष आत्मविश्वास से भरा होता है, जो जीवन के हर कदम पर बहुत जरूरी होता है।
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