रायपुर। मियां-बीबी ने पहले शराब पी। उसके बाद सो गए। बच्चे का तो ध्यान ही नहीं रहा कि उसे दूध पिलाया या नहीं। आधी रात बच्चा भूख के कारण रोया तो बाप की नींद में खलल पड़ गया। दारू ने दिमाग को कुंद कर दिया। मानवता भी कराह उठी जब गुस्सा सिर चढ़ गया और अपनी ही औलाद को ठंड में गरम हो रहे चूल्हे के हवाले कर दिया। बच्चा चीखा-चिल्लाया, लेकिन बाप को दया नहीं आई।
मानवता को शर्मसार करने वाला यह वाकया छत्तीसगढ़ में सामने आया है। घटना बुधवार रात की है। रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लाखपतरा की है।धरमजयगढ़ से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाखपतरा में बुधवार की रात एशिया राम राठिया व उसकी पत्नी ने जमकर शराब पी और सो गए। रात को ठंड से बचने के लिए उन्होंने पास में ही स्थित चूल्हे में आग जला रखी थी। रात के लगभग 12 बजे उनका करीब सात महीने के दुधमुंहे बेटे रज्जू राम को भूख लगी तो वह रोने लगा। रोने की आवाज सुनकर आरोपी एशिया राम की आंख खुली और उसने मासूम को चुप कराने की बजाए रोज-रोज परेशान करता है, बोलते हुए उसे जलते चूल्हे में डाल दिया।
नन्हा रज्जू अंगारों में लगभग 1 घंटे तक जलता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। करीब एक घंटे बाद मां की आंख खुली तो कलेजे के टुकड़े को अंगार में जलता देख उसके होश उड़ गए। उसने तुरंत अपने बच्चे को चूल्हे से निकाला, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
मासूम का बाप आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है। उसकी दबंगई से गांव के लोग हमेशा परेशान रहते हैं। वह अपनी पूर्व पत्नी की हत्या के आरोप में भी जेल जा चुका है। घटना के बाद वह ग्रामीणों को कहता रहा कि यदि किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी तो वह उसे भी जान से मार डालेगा। लेकिन ग्रामीणों से नहीं रहा गया और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने आरोपी एशिया राम राठिया को गिरफ्तार कर लिया और मासूम रज्जू के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में भेज दिया
अपने आंचल का दूध पिलाकर बच्चे को पालने वा
ली माता भी सोती रही। एक घंटे बाद जब उसकी नींद खुली तब तक बहुत देर हो चुकी थी। लेकिन बाप को बेटे की मौत का जरा भी रंज नहीं। जरा भी पछतावा नहीं। उसपर गांववालों को धमकी कि पुलिस में गए तो उनका भी यही हाल होगा।
ली माता भी सोती रही। एक घंटे बाद जब उसकी नींद खुली तब तक बहुत देर हो चुकी थी। लेकिन बाप को बेटे की मौत का जरा भी रंज नहीं। जरा भी पछतावा नहीं। उसपर गांववालों को धमकी कि पुलिस में गए तो उनका भी यही हाल होगा।
मानवता को शर्मसार करने वाला यह वाकया छत्तीसगढ़ में सामने आया है। घटना बुधवार रात की है। रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लाखपतरा की है।धरमजयगढ़ से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाखपतरा में बुधवार की रात एशिया राम राठिया व उसकी पत्नी ने जमकर शराब पी और सो गए। रात को ठंड से बचने के लिए उन्होंने पास में ही स्थित चूल्हे में आग जला रखी थी। रात के लगभग 12 बजे उनका करीब सात महीने के दुधमुंहे बेटे रज्जू राम को भूख लगी तो वह रोने लगा। रोने की आवाज सुनकर आरोपी एशिया राम की आंख खुली और उसने मासूम को चुप कराने की बजाए रोज-रोज परेशान करता है, बोलते हुए उसे जलते चूल्हे में डाल दिया।
नन्हा रज्जू अंगारों में लगभग 1 घंटे तक जलता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। करीब एक घंटे बाद मां की आंख खुली तो कलेजे के टुकड़े को अंगार में जलता देख उसके होश उड़ गए। उसने तुरंत अपने बच्चे को चूल्हे से निकाला, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
हत्या का आरोपी है बाप
मासूम का बाप आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है। उसकी दबंगई से गांव के लोग हमेशा परेशान रहते हैं। वह अपनी पूर्व पत्नी की हत्या के आरोप में भी जेल जा चुका है। घटना के बाद वह ग्रामीणों को कहता रहा कि यदि किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी तो वह उसे भी जान से मार डालेगा। लेकिन ग्रामीणों से नहीं रहा गया और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने आरोपी एशिया राम राठिया को गिरफ्तार कर लिया और मासूम रज्जू के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में भेज दिया
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