लड़की चुनने से शिकार बनाने तक किन कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था नारायण साईं

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जानिए, लड़की चुनने से शिकार बनाने तक किन कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था नारायण साईं
नई दिल्‍ली. बलात्‍कार के आरोपी नारायण साईं की तलाश में पुलिस देशभर में छापेमारी कर रही है। भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद भी उसका अभी तक पता नहीं चल सका है। वहीं, नारायण साईं के खिलाफ एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे भी हो रहे हैं। नारायण साईं की पूर्व सहयोगी गंगा ने पुलिस को बताया कि नारायण साईं के आश्रम में लडकियों की सप्लाई के दौरान कोड वर्ड इस्तेमाल किए जाते थे। उसके मुताबिक, साईं के लिए नई लडकी तैयार है के लिए 'तिलक लगा लिया है', नई लडकी चुनने के लिए 'भोग तैयार हो गया है'। लड़की को आश्रम में लाने के बाद उसे नारायण साईं के लिए तैयार किया जाता था। उसके लिए कोड वर्ड इस्तेमाल किया जाता था 'तिलक मिट ना पाए'। इसके अलावा लड़की के लिए जो संदेश भिजवाए जाते थे उनमें  'मुंह मत धोना' जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल होता था।
नारायण साईं पर यह भी आरोप है कि उसकी सेविकाएं आश्रम में आने वाली लड़कियों को सेक्‍सवर्धक दवाएं देती थीं।
इस बीच, नारायण सांई की करीबी साधिका गंगा के फ्लैट से पुलिस को सांई के दस्तखत वाले छह कोरे चैक मिले हैं। ये एक राष्ट्रीयकृत बैंक के हैं। एक सिमकार्ड भी बरामद हुआ है। मंगलवार को अहमदाबाद में गंगा उर्फ धर्मिष्ठा के फ्लैट पर छापा मारने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान गंगा व उसका पति प्रमोद मिश्रा भी पुलिस के साथ था। उधर, दुष्कर्म मामले में सांई की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई बुधवार को जारी रहेगी। पुलिस ने याचिका का विरोध करते हुए छह गवाहों के बयान अदालत में पेश किए हैं। उसने इन गवाहों को ए-बी-सी-डी के नाम से दर्शाया है। मंगलवार को सरकारी वकील की दलीलें पूरी होने पर सांई के वकील ने अपना पक्ष रखना शुरू किया। बुधवार को बचाव पक्ष की दलीलें होंगी। 
साधक ने की थी डीएनए टेस्ट की मांग 
 
नारायण सांई के एक साधक ने सांई के डीएनए टेस्ट की मांग की है। उसने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसके चाचा सांई के सेवक थे। सांई ने चाचा का विवाह अपनी एक सेविका से करा दिया। विवाह के बाद सेविका ने एक बच्चे को जन्म दिया। साधक को लगा कि यह लड़का उसके चाचा का नहीं बल्कि सांई का है। उसने इंदौर की एक अदालत में आवेदन लगाकर सांई के डीएनए टेस्ट की मांग की। इस पर अभी कोई फैसला नहीं आया है। 
 
इंदौर स्थित फॉर्म हाउस में बुलाई थीं नौ लड़कियां : ए सांकेतिक नाम के गवाह का आरोप है कि-दस साल पहले सांई ने उसे इंदौर स्थित फॉर्म हाउस में बुलाया था। वहां कुछ समय में नौ लड़कियां आईं। सभी फॉर्म हाउस के ऊपरी मंजिल पर चली गईं, जहां सांई थे। गवाह के मुताबिक पूरी रात सांई ने रंगरेलियां मनाईं। तड़के साढ़े तीन बजे सभी लड़कियां चली गईं। इसके बाद सांई ने नीचे आकर कमरा साफ करने का निर्देश दिया। गवाह के मुताबिक जब वह कमरे में गया तो वहां शराब की बोतल, कोल्ड ड्रिंक आदि पड़ी थीं। जानिए, लड़की चुनने से शिकार बनाने तक किन कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था नारायण साईं
नारायण साई के पीए रहे महेंद्र चावला का कहना है कि उन्‍होंने कई बार नारायण को सेक्स वर्धक दवा का सेवन करते हुए देखा है। चावला ने नारायण साई के फ्रिज में पाउडर रखा हुआ देखा है। उन्‍होंने कहा,' ‘वो हमारी आंखों के सामने सफेद प्याज का रस, शिलाजीत और कई सारी सेक्स वर्धक दवाओं का सेवन करता था।’
नारायण साई की सेविका गंगा और जमुना लड़कियों को नारायण के पास ले जाने से पहले दूध में गाय का घी डाल कर देती थीं और कई बार सेक्स वर्धक दवा भी मिलाती थीं। अगर कोई लड़की पूछे तो उसे भगवान का प्रसाद बता देती थी।चावला ने कहा है कि आसाराम और नारायण साई में कोई अंतर नहीं है, बेटा बाप से ही सीखता है। दोनों ही कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करते थे। नारायण लड़की को बुलाने के लिए ‘मलंग’ और कंडोम के लिए ‘वस्‍तु’ शब्‍द का इस्‍तेमाल करता था। चावला ने बताया कि दोनों बाप-बेटे लड़कियों के लिए ऐसी गंदी-गंदी गालियां बोलते थे, जिन्‍हें बताया भी नहीं जा सकता है। 

चावला ने बताया कि नारायण को अमीर और सुंदर लड़कियां बेहद पसंद हैं और वो ज्‍यादातर ऐसी ही लड़कियों को अपना शिकार बनाता था। उन्‍होंने बताया कि गरीब लड़की अगर सुंदर है तो उसे भी नारायण अपना शिकार बनाता था, लेकिन अमीर लड़की उसकी पहली पसंद होती थी। 
चावला के मुताबिक नारायण साईं नि:संतान लड़कियों को भी अपना शिकार बनाता था और उन्‍हें संतान के लिए मंत्र व आशीर्वाद देता था। उन्‍होंने बताया कि लड़कियां संतान के लिए नारायण साईं के पास आती थीं और वो उनके साथ दुराचार करता था। नारायण की सेविका गंगा ने भी कबूल किया है कि जमुना का बेटा नारायण साई की नाजायज संतान है। गंगा ने बताया कि आसाराम और नारायण साई के ऐसे कई बच्‍चे हैं, लेकिन इस मामले को अनदेखा कर दिया जाता था।
जानिए, लड़की चुनने से शिकार बनाने तक किन कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था नारायण साईं
साईं के ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित एक मंदिर में छिपे होने की चर्चा है। पुलिस ऑफ द रिकॉर्ड इस बात को मान तो रही है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है। पिछले दिनों नारायण साईं के आगरा में होने की खबर थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से फरार हो गया। कई लोगों ने उसे सिर और दाढ़ी के बाल मुड़ाकर जींस-शर्ट में देखने का दावा किया है।
 
पुलिस सूत्रों के अनुसार नारायण साईं पांच दिन पहले ग्रेटर नोएडा आया है। यहां मंदिर के पास ही एक कंपनी है। वह कंपनी और मंदिर परिसर में ही छिपा हुआ है। नारायण साईं के आसपास उसके कुछ भरोसेमंद लोगों की घेरेबंदी है और किसी भी उस दिशा में नहीं जाने दे रहे है।

 
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नई दिल्ली.

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