जीरन उप कृषि उपज मंडी के उदासीन रवैये से क्षेत्र के किसान होर हे है परेशान।

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भावन्तर योजना में सोयाबीन की खरीदी जीरन उप कृषि उपज मंडी में नही हो रही है ।



सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक भावन्तर योजना का लाभ जीरन उप कृषि उपज मंडी के किसानों को नही मिल पा रहा है किसानों के द्वारा सोयाबीन की फसल को मंडी में बेचा जा रहा है पर क्या इन किसानों को इस योजना का लाभ मिलता हैं या नहीं । सभी उप मंडियों में इस योजना को लाने में इतना विलम्भ क्यों हो रहा है किसानों का कहना है कि हमारे लिए तो यही मंडी है हम ओर कहा माल ले जाये।वैसे भी पंजीयन में भी बहुत चक्कर लगाने के बाद हमारा पंजीयन हुवा ओर अब जब हमको जरूरत है तो हमारी फसल को इस योजना में क्यो नही लिया जा रहा है ।
        बाद में ये योजना हमारे किस काम की । अगर योजना किसानों के लिए है तो शीघ्र ही इसका लाभ किसानों को मिलना चाहिए। सभी किसान मंडी प्रशासन के इस लेट लतीफी से काफी नाराज दिखे ओर कहा कि जल्द से जल्द इस योजना को किसानों के लिए जीरन उप कृषि उपज मंडी लागू किया जाना चाहिए।।किसान हजारीलाल पाटीदार जीरन,कचरू लाल गुर्जर पिरान,बलवंत सिंह गुर्जर पिराना, धनराज गुर्जर पिराना ,पूनम चंद पाटीदार जीरन ,मुन्ना लाल पाटीदार जीरन, गोपाल पाटीदार जीरन ,आदि किसान उप कृषि उपज मंडी जीरन में सोयाबीन लेकर आए थे इनका कहना है हमारी सोयाबीन को भी भावांतर योजना में लिया जाए वह हमारे सोयाबीन कोई भी इसका लाभ दिया जाए हमने भी सोयाबीन का पंजीयन करवाया है लेकिन हमने सोयाबीन को जीरन  उप मंडी में बेचा है हमारे क्षेत्र में यही एक मंडी है जहां पर हम उपज लेते हैं इसलिए मंडी प्रशासन से निवेदन है कि हमारी मंडी मैं जल्द से जल्द योजना के माध्यम से सोयाबीन खरीदी की जाए ओर योजना का लाभ किसानों को मिले।

इनका कहनानीमच मंडी सचिव से बात की मेने तो उनका कहना है कि अभी किसी भी उप मंडी में इस योजना के माध्यम से सोयाबीन खरीदी की प्रक्रिया को चालू नही किया है आगे बहुत ही जल्दी प्रयास कर इसको प्रारम्भ किया जाएगा।

नवल गिर गोस्वामी मंडी डारेक्टर
मंडी कमेटी - नीमच
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झाबुआ

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