पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से आम उपभोक्ता हताश

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पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से आम उपभोक्ता हताश .......रसोई गैस सिलेंडर के दाम भी बढे .....महंगाई बढ़ने का असर माल भाड़े पर भी उपभोक्ताओं पर दोहरी मार......   

 पियूष गादिया 




पेट्रोल डीजल की कीमत में बेहताशा  वृद्धि का दौर निरंतर' जारी है?  निरंतर बढ़ोतरी के कारण आमजन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही है| 1 महीने में पेट्रोल डीजल के भाव करीब ₹5 तक बढ़ गए बाजार के जानकारों का कहना है कि डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर अब माल भाड़े पर भी पड़ने लगेगा जिससे दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुएं भी महंगी होने होगी |  इस बढ़ोतरी का असर कुछ महीनों में खाद्य सामग्री पर भी दिखने लगेगा जिससे सामग्री महंगी हो जाएगी साथ ही माल भाड़े का असर भी कुछ दिनों में मार्केट में नजर आने लगेगा| पेट्रोल डीजल के दाम हर दिन बढ़ने से लोगों की जेब ढीली होने लगी है और उनका बजट भी बिगड़ रहा है सितंबर माह में औसतन हर दिन इंधन के दाम बढ़े हैं जबकि अक्टूबर के शुरुआती 3 दिनों में दाम में बढ़ोतरी हुई है इस कारण पेट्रोल और डीजल अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं
      पंप संचालकों की मानें तो लगातार दाम बढ़ने से बिक्री में भी खासा अंतर आया है इधर पेट्रोल डीजल के लगातार बढ़ते दाम के चलते ही लोगों में नाराजगी है और आप उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश है दो पहिया वाहन चालक आफताब भाई ने बताया कि पेट्रोल के दाम बढ़ने की वजह से आर्थिक बोझ बढ़ गया है पहले जहां ₹200 के पेट्रोल में 4 से 5 दिन गाड़ी चलती थी लेकिन अब 2 या 3 दिन ही चलती है वहीं उपभोक्ता नितेश ने बताया कि पेट्रोल के डीजल के बढ़ते दामों से घर का बजट दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है मौजूदा दौर में आम हो या खास हर किसी के पास दो पहिया वाहन है आम लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुके इस वाहन को चलाना अब दिन-ब-दिन महंगा होता जा रहा है क्योंकि पेट्रोल के दामों में आग लगी हुई है सितंबर माह के आखिरी सप्ताह में ही पेट्रोल के दाम ₹90 तक पहुंच गए हैं बीते माह में इसके दाम में लगभग ₹5 का इजाफा हो गया है 1 सितंबर को पेट्रोल के दाम करीब ₹85 .17  प्रति लीटर थे वहीं बुधवार को पेट्रोल के दाम ₹90 .58 प्रति लीटर के आसपास हैं इस तरह करीब  ₹5 के आसपास  इंधन के दामों में बढ़ोतरी हुई | 
 
 
                   
आवश्यक वस्तुओं के ना बढ़ जाएं दाम ..........              
 पेट्रोल के साथ-साथ डीजल के दाम में भी निरंतर वृद्धि हो रही है क्योंकि डीजल के दाम में भी आग लगी हुई है ट्रक बस ट्रैक्टर सहित अन्य चार पहिया वाहनों में उपयोग में होने वाले ईंधन से आम वर्ग जुड़ा हुआ है लोक परिवहन के साधन के साथ साथ  दैनिक उपयोग में आने वाली आवश्यक सामग्री को लाने ले जाने के लिए लोडिंग वाहन भी इस इंधन से चलते हैं यदि लगातार डीजल के दाम बढ़ते रहे तो यात्री किराया और माल भाड़े में इजाफा हो सकता है डीजल के दाम की बात करें तो शहर में बुधवार को यह ₹80.25 प्रति लीटर के आसपास था जबकि 1 सितंबर की बात करें तो यह दाम करीब ₹74.94 के आसपास था| इस तरह करीब डीजल के दामों में भी ₹5 की बढ़ोतरी दर्ज हुई |
अक्टूबर से रसोई गैस सिलेंडर लेना भी महंगा हो गया है क्योंकि अब उपभोक्ता को यह सिलेंडर ₹923 दे कर लेना होगा हालांकि सब्सिडी के रूप में उपभोक्ता को ₹436 खाते में आ जाएंगे वहीं सितंबर माह तक यही सिलेंडर ₹865 में उपभोक्ता को मिल रहा था ऐसे में रसोई गैस सिलेंडर के हजारों उपभोक्ताओं को सिलेंडर लेते समय पिछले माह से ज्यादा दाम चुकाना पड़ेंगे इस तरह पेट्रोल डीजल व रसोई गैस के बढ़ते दामों से आम उपभोक्ता काफी हताश है व आक्रोश भी है आम जनता का कहना है कि इस तरह बढ़ते रहे पेट्रोल डीजल रसोई गैस के दाम बढ़ते रहे तो मध्यम वर्गीय परिवार का बजट ही बिगड़ जाएगा | साथ ही बढते दामाे के कारण उसके जीवन यापन में आर्थिक बाेझ भी बढ़ेगा जिससे कारण तनाव भी होगा |
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झाबुआ

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